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7) पहली साइकिल ( यादों के झरोके से )



शीर्षक = वो पहली साइकिल



एक बार फिर  आप सब के समक्ष उपस्थित हूँ, एक और नयी  याद के साथ , जिसे आप सब के साथ साझा करने में मुझे बेहद ख़ुशी होगी, उम्मीद करता हूँ आप सब भी मेरे द्वारा लिखें गए इस संस्मरण को पसंद करेंगे 


तो आइये शुरू करते है यादों के झरोके के माध्यम से याद बन चुके उस पल को दोबारा से मुझ में जीने के लिए 



जिस तरह आज कल के बच्चों को मोबाइल लेने का शोक बढ़ता जा रहा  है, किसी भी कक्षा में प्रथम आने पर उनकी पहली ख्वाहिश मोबाइल या फिर वीडियो गेम होता है 


उसी तरह जब हम छोटे थे  हम और हमारे साथ के बच्चों की पहली ख्वाहिश यही होती थी की उनके पास भी अपनी एक साइकिल हो, जिसे वो जहाँ चाहे ले जा सके , अपने दोस्तों में अपना टशन दिखा सके 

लेकिन ऐसा कुछ कुछ बच्चों के साथ ही हो पाता था, जिनके पिता का अच्छा रोजगार होता था नहीं तो रोजमर्रा की कमाई वालों के लिए तो साइकिल खरीद पाना थोड़ा मुश्किल काम था कहने को आज के मुकाबले उस समय साइकिल का मूल्य थोड़ा सस्ता था, लेकिन उस समय के हिसाब से बहुत महंगा था क्यूंकि उस समय  साइकिल अगर किसी के दहेज़ में मिल जाती तो उसे लोग बधाईया देते थे 


अब अंदाजा लगाया जा सकता है  की साइकिल की कितनी औकात थी  उस समय 


लेकिन भला हो किराये पर साइकिल देने वालों का जिनकी वजह से हमारा बचपन में साइकिल चलाने का ख्वाब पूरा हो सका ,

बचपन में तो हमें अपनी साइकिल प्राप्त ना हो सकी , लेकिन 10 वी के बाद जब हमने 11 वी में दुसरे स्कूल में दाखिला लिया जो की काफ़ी दूरी पर था तब हमें साइकिल खरीदना ही पड़ी  पुरानी ही सही पर वो हमारे  लिए तो नयी ही थी 


देर से ही सही हमें अपनी साइकिल को चलाने का मौका मिल ही गया, उस साइकिल को हमने बहुत साल चलाया  और हिफाज़त से रखा क्यूंकि वो हमारी पहली साइकिल थी, जो हमारे बहुत काम आती थी,


फिर कुछ साल बाद वो ख़राब हो गयी जिसके चलते उसे बेच कर दूसरी साइकिल ली जो की उसकी तरह ही थी , बस वो थोड़ी स्टाइलिश थी  और पहले वाली सादी

आज भी मुझे साइकिल चलाना बेहद अच्छा लगता है, और आज भी मेरे पास एक साइकिल मौजूद है जिसे मैं नजदीक जाने में इस्तेमाल करता हूँ  जो मुझे मेरे बचपन की याद दिलाती है 



ऐसे ही किसी और याद को आपके साथ साँझा करूंगा समय मिलते ही, जब तक के लिए अलविदा


यादों के झरोके से 


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5 Comments

shweta soni

09-Dec-2022 07:40 PM

बहुत अच्छी यादें हैं हैं आपकी 👌

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Muskan khan

09-Dec-2022 06:33 PM

बहुत खूब

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Sachin dev

09-Dec-2022 06:11 PM

Intersting part 👍

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